उत्तर प्रदेश मेँ निषाद
समाज की वास्तविक
आबादी पैँतालिस प्रतिशत (45 PERCENT) है
उत्तरप्रदेश का कोई
ऐसा गाँव शहर मोहल्ला नहीँ जहाँ
निषाद समाज के लोग नहीँ रहते
जब आरक्षण देने के
लिए जाति आधारित
जनगणना की गई तो
निषाद समाज की आबादी का
कुल प्रतिशत लगभग 40 आया
उच्च जातियोँ को लगा
कि अगर समाजवाद
के नियमोँ के मुताबिक
अगर इन्हेँ आरक्षण देना पड़ा
तो 40 प्रतिशत का आरक्षण देना पड़ेगा
इसे रोकने के लिए उच्च जातियोँ
के पास केवल रास्ता था
ठाकुर ब्राह्मण पंडित
आदि
उच्च जातियोँ की आबादी
सरकारी आकड़ोँ मेँ
बढ़ा कर
बताया जाय और
निषाद व अन्य जातियोँ
की आबादी जितना
ज्यादा घटा सकेँ
उतना ज्यादा घटा
दिया जाए
सारी तिकड़म करने के बाद भी
सरकार सरकारी आकड़ोँ
मेँ हमारी जाति की
आबादी 40 प्रतिशत
से
घटकर
22 प्रतिशत हो गई
पर ये निषाद समाज को
22 प्रतिशत भी नहीँ
देना चाहते थे
उन्होने निषाद समाज
की
7.5 प्रतिशत उपजातियोँ
को घुमन्तु घोषित कर
दिया
जी हाँ
घुमन्तु
यानी एक जगह से
दूसरी जगह घूमने
वाले
और जो एक जगह से
दूसरी जगह घूमने
वाले हैँ जिनका कोई
निश्चित ठिकाना
नहीँ था
उनका जाति प्रमाण
पत्र नहीँ बनाया जा
सकता
उन्हेँ किसी भी प्रकार का
आरक्षण आज तक
प्राप्त नहीँ है
निषाद समाज को अलग
से 14.5 प्रतिशत ना देकर
अन्य पिछड़ा वर्ग मेँ
रख दिया गया
और जो 14.5 प्रतिशत
नौकरियाँ
निषादोँ को मिलनी
चाहिए थी
उसमेँ से केवल 0.5
प्रतिशत ही मिल पाता है
बाकी कि 14 नौकरियोँ
पर यादव जाति के
युवकोँ का कब्जा
हो जाता है
घुमन्तु आरक्षण
मागने तो जाए मार
कर भगा दिया जाएगा
"सालोँ घुमन्तु की जाति
घुमोँ फिरो ऐश करो
नौकरियोँ आदि मेँ हिस्सा
मागोगे तो जमीन मेँ
दफन कर दिए जाओगे "
अगर आप ब्लाग
लिखते है तो अपने
ब्लाग पर इसे पोस्ट करेँ
अगर आप नेता हैँ
तो अपने गाँव के
लोगोँ को बताए
via Amit Nishad
समाज की वास्तविक
आबादी पैँतालिस प्रतिशत (45 PERCENT) है
उत्तरप्रदेश का कोई
ऐसा गाँव शहर मोहल्ला नहीँ जहाँ
निषाद समाज के लोग नहीँ रहते
जब आरक्षण देने के
लिए जाति आधारित
जनगणना की गई तो
निषाद समाज की आबादी का
कुल प्रतिशत लगभग 40 आया
उच्च जातियोँ को लगा
कि अगर समाजवाद
के नियमोँ के मुताबिक
अगर इन्हेँ आरक्षण देना पड़ा
तो 40 प्रतिशत का आरक्षण देना पड़ेगा
इसे रोकने के लिए उच्च जातियोँ
के पास केवल रास्ता था
ठाकुर ब्राह्मण पंडित
आदि
उच्च जातियोँ की आबादी
सरकारी आकड़ोँ मेँ
बढ़ा कर
बताया जाय और
निषाद व अन्य जातियोँ
की आबादी जितना
ज्यादा घटा सकेँ
उतना ज्यादा घटा
दिया जाए
सारी तिकड़म करने के बाद भी
सरकार सरकारी आकड़ोँ
मेँ हमारी जाति की
आबादी 40 प्रतिशत
से
घटकर
22 प्रतिशत हो गई
पर ये निषाद समाज को
22 प्रतिशत भी नहीँ
देना चाहते थे
उन्होने निषाद समाज
की
7.5 प्रतिशत उपजातियोँ
को घुमन्तु घोषित कर
दिया
जी हाँ
घुमन्तु
यानी एक जगह से
दूसरी जगह घूमने
वाले
और जो एक जगह से
दूसरी जगह घूमने
वाले हैँ जिनका कोई
निश्चित ठिकाना
नहीँ था
उनका जाति प्रमाण
पत्र नहीँ बनाया जा
सकता
उन्हेँ किसी भी प्रकार का
आरक्षण आज तक
प्राप्त नहीँ है
निषाद समाज को अलग
से 14.5 प्रतिशत ना देकर
अन्य पिछड़ा वर्ग मेँ
रख दिया गया
और जो 14.5 प्रतिशत
नौकरियाँ
निषादोँ को मिलनी
चाहिए थी
उसमेँ से केवल 0.5
प्रतिशत ही मिल पाता है
बाकी कि 14 नौकरियोँ
पर यादव जाति के
युवकोँ का कब्जा
हो जाता है
घुमन्तु आरक्षण
मागने तो जाए मार
कर भगा दिया जाएगा
"सालोँ घुमन्तु की जाति
घुमोँ फिरो ऐश करो
नौकरियोँ आदि मेँ हिस्सा
मागोगे तो जमीन मेँ
दफन कर दिए जाओगे "
अगर आप ब्लाग
लिखते है तो अपने
ब्लाग पर इसे पोस्ट करेँ
अगर आप नेता हैँ
तो अपने गाँव के
लोगोँ को बताए
via Amit Nishad
nice
ReplyDeletenice
ReplyDeleteBilkul Sahi kaha aap ne
ReplyDeleteBilkul Sahi kaha aap ne
ReplyDeleteSahi kaha aapne...
ReplyDeleteBilkul Thik kha aap ne
ReplyDeleteBilkul Thik kha aap ne
ReplyDeleteRajkumar nishad.u.p.ballia jay nishad
ReplyDeleteJai Nishad Raj Gorakhpur se
ReplyDeleteJai nishad raj etawah se
ReplyDeleteJai Nishad Raj jago Nishado jago
ReplyDeletejai nishad raj
ReplyDeleteJai nishad raj
ReplyDeletejai nishad raj shiva
ReplyDelete, जय निषाद राज निषाद को आरक्षण मिलना चाहिए हमको अपना हिस्सा लेना ही है किसी भी हालत में
ReplyDeleteअब हम चुप नहीं रह सकते जबतक हमे सत्ता जी चाभी नहीं मिल जाती और हमारा हक और हिस्सा नहीं मिल जाता
ReplyDeleteजय निषाद राज
ReplyDeleteJay nishad Raj ?
ReplyDeleteBrothrer jy nisad raj hm pane smaz ki lrai lrenge
ReplyDeleteJay Nishad Raj
ReplyDeletejayNishad Raj
ReplyDeleteJai nisahad Raj
ReplyDeleteJai nisahad raj
ReplyDeleteSir to ham kya kare
ReplyDeleteYek dam sahi bat hai
ReplyDeleteJnr
ReplyDeleteJnr
ReplyDeleteJnr
ReplyDeleteMai r k choudhary from ballia desh me bagawat karne wale mallah yani Nishad jati k hi log the lekin inke naam bagawat k pano pr nahi likha gya pta hai kyo kyoki mallaho ko sirf jaan pr khel kr bagawat karne ata likhwane nahi ata hai agar likhwane aya hota to mangal pandey ki jagah mallaho ka naam hota kyoki barrackpur me janral ko maar girane wale mangal pandey nahi the mallaho ne bagawat kr k janral ko goliyo se bhuna tha jago mallaho jago
ReplyDeleteJay ho Nishad raj
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