N.A.F. The leader of fishermen

याचना नहीँ अब रण होगा,
जीवन या मरण होगा,
संघर्ष बड़ा भीषण होगा।
जिल्लत और अन्याय का जीवन अब हमको न जीना है,
जीन आखो मे आसु है चिँगारी उसमे भरना है।

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